
पिपलिया स्टेशन (निप्र)। सौभाग्य कुल दिवाकर प्रवर्तक राजप्रकाश मुनि मसा की सुशिष्या, रमणीककुंवर रंजन आदि थाणा-4 के सानिध्य में श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के तत्वावधान में प्रतिदिन जिनवाणी वाचन एवं प्रवचन हो रहे हैं। प्रवचन सभा में रमणीककुंवर व शासन प्रभाविका चंदना श्रीजी ने आत्मशक्ति, मनोबल और संकल्प की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने महाभारत में भीष्म पितामह के उदाहरण को उद्धृत करते हुए कहा कि दृढ़ संकल्प से ही आत्मसाधना एवं तप की सिद्धि संभव होती है। उन्होंने नन्हे तपस्वी ईशांक कीमती द्वारा की जा रही 9 उपवासों की तपस्या की प्रशंसा की। उन्होंने कहा यह तपस्या न केवल आत्मनिर्जरा का माध्यम बनी, बल्कि संपूर्ण संघ व कीमती परिवार के लिए गौरव का विषय बनी है, तपस्वी ईशांक की तपस्या को सभी ने प्रेरणादायक बताया और अनुमोदना की। राजेश दक ने बताया बुधवार को दोपहर 2 बजे जैन दिवाकर स्वाध्याय भवन में तपस्वी रत्न ईशांक की तपस्या पूर्ति दिवस के उपलक्ष में गुणानुवाद सभा एवं चोबीसी का आयोजन हुआ। इस प्रभावना का लाभ स्व. सुशीलादेवी की स्मृति में प्रसन्नचंद कीमती परिवार ने लिया। प्रातः 10 प्रत्याख्यान में पारणे का लाभ मंजू व डॉ. प्रकाशचंद परमार परिवार नारायणगढ़ ने लिया। उन्होंने आगे बताया 31 जुलाई को प्रातः 9 बजे भक्ताम्बर पाठ एवं संपूट का आयोजन होगा, जिसके लाभार्थी संतोष व राजेंद्र भंडारी रहेंगें। 3 अगस्त को राखी पर्व से पूर्व विशेष जोड़ों के जाप का आयोजन होगा। जिसमें भाई-बहन, सास-बहू, देवरानी-जेठानी आदि स्वाधर्मिक रिश्तों से जुड़े लोग सम्मिलित हो सकेंगे। लाभार्थी परिवार डॉ. विनोद कुमार जैन रहेंगे। स्थानक वासी जैन श्रावक संघ अध्यक्ष अजय कीमती ने बताया की प्रातः 9 से 10 बजे तक प्रवचन हो र हे है, श्रावक-श्राविकाएं धर्मलाभ लेकर आत्मशुद्धि का संकल्प लें।
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