
पिपलिया स्टेशन (निप्र)। ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्थानीय सेवाकेंद्र पिपलिया पर रविवार को रक्षा बंधन का पर्व अत्यंत श्रद्धा, भक्ति और आध्यात्मिक उल्लास के साथ मनाया गया। बी.के. सविता दीदी के पावन सान्निध्य में आयोजित इस कार्यक्रम में सुबह मुरली क्लास के पश्चात शिव बाबा को भोग अर्पित किया गया एवं दिव्य रक्षासूत्र बांधा गया। इस पावन अवसर पर दीदी ने परमात्मा शिव को विधिवत राखी अर्पित की। भक्ति भाव से सम्पन्न इस कार्यक्रम में उपस्थित आत्माओं ने सच्चे रक्षाबंधन के गूढ़ रहस्यों को जाना। दीदी ने अपने संबोधन में कहा कि परमात्मा शिव ही आत्मा के सच्चे रक्षक हैं, जो हमें विकारों, दुखों और नकारात्मकताओं से मुक्त करते हैं। उनकी श्रीमत के अनुसार चलकर आत्मा न केवल पवित्र बनती है, बल्कि दिव्यता से भरपूर होती है। उन्होंने वर्तमान समय की सामाजिक चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज यदि प्रत्येक पुरुष, हर महिला को बहन की दृष्टि से देखे और हर महिला, पुरुष को भाई रूप में माने, तो व्यभिचार और अत्याचार स्वतः समाप्त हो सकते हैं। यही वह दिव्य दृष्टि है, जो परमात्मा शिव बाबा इस युग में संपूर्ण मानवता को दे रहे हैं। आरंभ में लता दीदी और निर्मला दीदी ने बी.के. सविता दीदी को तिलक लगाने और राखी बांधी। इसके पश्चात उपस्थित भाई-बहनों को स्नेहपूर्वक तिलक लगाया, रक्षासूत्र बांधा और भोग प्रसाद वितरित किया। समस्त वातावरण आध्यात्मिकता से सराबोर हो गया और उपस्थित जनसमूह ने आत्मिक शांति और आनंद की अनुभूति की। इस अवसर पर पिपलिया मंडी के अलावा कनघट्टी, बूढ़ा, खत्याखेड़ी, सेमली आदि से बड़ी संख्या में ब्रह्मावत्स शामिल हुए। सभी ने रक्षा बंधन पर्व को आध्यात्मिक रूप से मनाते हुए सच्चे अर्थों में आत्मा-परमात्मा के पावन बंधन को अनुभव किया। कार्यक्रम के समापन पर सभी को शिव बाबा का संदेश दिया गया कि सच्ची रक्षा, किसी भौतिक धागे से नहीं, बल्कि आत्मा के आध्यात्मिक उत्थान और परमात्मा से सच्चे योग से होती है। यही रक्षा बंधन का मूल संदेश है।