
पिपलिया स्टेशन (निप्र)। शनिवार को कृषि मंडी में लहसुन के ढ़ेर साफ करने वाली महिला मजदूरों व किसानों के बीच विवाद हो गया। इसके चलते करीब डेढ़ घंटे कृषि उपज मंडी की नीलामी बंद रही। बाद में मंडी प्रशासन ने समझाइश देकर मंडी चालू कराई। जानकारी के अनुसार कृषि उपज मंडी में महिला मजदूर, किसानों के लहसुन के ढ़ेर साफ कर उनसे अलग से मजदूरी लेती है। बाहर से लहसुन लेकर आए किसानों का आरोप था कि लहसुन उपर से साफ कर दी जाती है, बाकी भीतर कचरा रहता है, नीलामी के बाद किसानों व व्यापारियों के बीच विवाद की स्थिति बनती है। किसानों ने आरोप लगाया कि महिला मजदूरों ने विवाद के दौरान अशब्द भी कहे। इस बीच मंडी व्यापारी संघ अध्यक्ष कृष्णकुमार भूत सहित व्यापारीगण भी पहंुचे व मंडी प्रशासन से महिला मजदूरों का मंडी में प्रवेश बंद करने की मांग की। विवाद के चलते सुबह 9.30 बजे से नीलामी बंद हो गई। व्यापारियों व किसानों ने मंडी इंस्पेक्टर को ज्ञापन देकर महिला मजदूरों का मंडी में प्रवेश प्रतिबंधित करने की मांग की। मंडी प्रशासन ने किसानों व व्यापारियों को आश्वस्त किया कि सोमवार तक समस्या का निराकरण कराएंगे। इसके बाद 11 बजे नीलामी शुरु हुई। मंडी व्यापारी संघ अध्यक्ष कृष्णकुमार भूत ने बताया मंडी में महिला मजदूरों व किसानों के बीच आए दिन विवाद की स्थिति बनती है। लहसुन का ढ़ेर केवल उपर से साफ कर दिया जाता है, भीतर कचरा ही रहता है, नीलामी के बाद किसानों व व्यापारियों के बीच भी विवाद की स्थिति निर्मित हो जाती है। पहले भी कलेक्टर व एसडीएम को मामले से अवगत कराकर महिला मजदूरों का प्रवेश बंद कराया था। लेकिन फिर लहसुन को साफ करने के लिए ये महिलाएं मंडी में आ रही है। कई बार लहसुन साफ करके लाए किसान के ढ़ेर में भी ये महिलाएं कचरा उड़ा देती है, जिससे उनकी क्वालिटी खराब हो जाती है। किसानों का भी शोषण हो रहा है व व्यापारियों को भी नुकसान हो रहा है।
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