
गरोठ (निप्र)। गरोठ वन परिक्षेत्र अंतर्गत तोलाखेड़ी गांव में गुरुवार शाम ग्रामीणों को एक 6 फीट लंबी मादा मगरमच्छ दिखाई दी, जिससे पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई। जलस्रोत के निकट मगरमच्छ की मौजूदगी से ग्रामीणों में भय का माहौल बन गया। तत्काल गांव के सरपंच किशोर राठौड़ ने इसकी सूचना गरोठ के वन परिक्षेत्र अधिकारी (रेंजर) श्री अंकित भदौरिया को दी। सूचना मिलते ही रेंजर भदौरिया के नेतृत्व में वन विभाग की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के सहयोग से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद विभाग की टीम ने ग्रामीणों की मदद से मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़ने में सफलता हासिल की। पूरे अभियान के दौरान सुरक्षा के सभी मानकों का पालन किया गया, जिससे कोई जनहानि या अप्रिय घटना नहीं हुई। रेस्क्यू के पश्चात मादा मगरमच्छ को वन विभाग द्वारा गांधी सागर अभयारण्य के सुरक्षित जल क्षेत्र में छोड़ दिया गया, जहां वह अपने प्राकृतिक पर्यावरण में रह सकेगी। इस सफल रेस्क्यू से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली और वन विभाग के कार्य की सराहना की। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग के कर्मचारी मुकेश मालवीय, दिलीप सिंह चौहान, किशोर गोस्वामी, लाल सिंह, रघुनाथ और बलराम सेन की विशेष भूमिका रही। वहीं, ग्रामीणों की सक्रिय सहभागिता ने इस अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वन विभाग ने अपील की है कि यदि किसी भी क्षेत्र में वन्यजीव दिखाई दें, तो घबराएं नहीं, तुरंत विभाग को सूचना दें, ताकि उन्हें सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जा सके।