
सीतामऊ/नाहरगढ़ (निप्र)। सीतामऊ और नाहरगढ़ क्षेत्र में कंजर समुदाय के अपराधियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। चोरी, लूट, धमकी और अवैध वसूली जैसी घटनाओं से ग्रामीण परेशान हैं। शनिवार को ग्रामीणों का सब्र जवाब दे गया और वे थाने का घेराव करने पहुंचे। वहीं, रविवार को पुलिस ने एक्शन लेते हुए सीमावर्ती कंजर डेरों पर दबिश दी और अवैध सामग्री जब्त की, लेकिन सवाल यह है कि क्या यह दबिश पर्याप्त है ? 2 अगस्त 2025 को सीतामऊ थाना क्षेत्र के ग्राम कल्याणपुरा, सरसपुरा, गुडमेली, पिपलिया जागीर सहित अन्य गांवों के सैकड़ों ग्रामीण चोरी की घटनाओं से तंग आकर थाने पर पहुंचे और प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि कंजर गिरोह लगातार गांवों में चोरी और डकैती कर रहा है, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेंद्र बामनिया, नाहरसिंह सिसोदिया सहित कई नेता भी ग्रामीणों के साथ मौजूद रहे। थाने के बाहर सभी जमीन पर बैठ गए और चेतावनी दी कि यदि जल्द ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह समझाइश देकर मामला शांत किया। 3 अगस्त को सीतामऊ एसडीओपी दिनेश प्रजापति के नेतृत्व में राजस्थान सीमा से लगे कंजर डेरों पर सीतामऊ, सुवासरा और साताखेड़ी पुलिस की संयुक्त टीम ने बड़ी दबिश दी। इस दौरान पुलिस ने चोरी की कई संदिग्ध वस्तुएं और अवैध शराब जब्त की। गोपनीय रणनीति के तहत पुलिस दल पिकअप और मोटरसाइकिलों से डेरों तक पहुंचा, जिससे कंजरों को भनक न लगे। उल्लेखनीय है कि एसडीओपी प्रजापति पूर्व में बतौर थाना प्रभारी रहते हुए भी ऐसी ही दबिश दे चुके हैं, जो उस समय सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। हालिया दबिश के बाद भले ही पुलिस ने सख्ती का संदेश देने की कोशिश की हो, लेकिन जब तक गिरोह के सरगनाओं को पकड़ कर सख्त सजा नहीं दी जाती, तब तक यह आतंक थमेगा नहीं। ग्रामीण अब पुलिस से नहीं, अपने आप से सुरक्षा की उम्मीद कर रहे हैं, और यह शासन-प्रशासन के लिए चेतावनी से कम नहीं। दबिश के बावजूद डर कायम, क्या पुलिस दिखावे की कार्रवाई कर रही है ?
पुलिस डोडाचूरा पर केंद्रित, जनता असुरक्षित:-
किसान नेता श्यामलाल जोकचंद्र ने आरोप लगाया कि मंदसौर जिले की पुलिस डोडाचूरा और अफीम पकड़ने में व्यस्त रहती है, वहीं ग्रामीणों की सुरक्षा और गंभीर अपराधों की रोकथाम पर ध्यान नहीं देती। उन्होंने कहा कि कई बार फर्जी केस बनाकर गरीबों को फंसाया जाता है।
लाठी लेकर खुद रखवाली करने के लिए उतरे थे ग्रामीण :-
मई 2023 में नाहरगढ़ क्षेत्र के गांव कोलवी, आवरी, रुपनी फंटा और आसपास के गांवों में 25 दिनों में 4 बड़ी चोरी और लूट की घटनाओं को अंजाम दिया था। इसके बाद ग्रामीणों ने स्वयं लाठी लेकर पहरा देना शुरु किया था। ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने खुलासा किया कि कंजर गिरोह गांवों में केएसटी यानी कंजर सुरक्षा टैक्स वसूलते हैं। खरीफ और रबी की फसल से पहले किसान और व्यापारी से पैसा या अनाज मांगा जाता है, नहीं देने पर लूट की जाती है। कुछ स्थानीय दलाल चोरी के बाद मध्यस्थता कर चोरी गया माल भी लौटवाते हैं, जिससे साफ है कि यह अपराध सुनियोजित नेटवर्क के तहत चल रहा है।
पुरानी घटनाएं जो अब भी बनी हुई हैं सवाल:-
2021 में बूढ़ा क्षेत्र में पुलिस पर फायरिंग।
सुवासरा थाने पर पदस्थ आरक्षक को धमकी देने वाला कंजर का ऑडियो वायरल।
पिछले वर्षों से चोरी और वसूली की घटनाएं।
हर बार घटनाएं होती हैं, दबिश भी दी जाती है, लेकिन न्यायिक कार्रवाई नदारद है।
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