
चित्तौड़गढ़। शहर के तुलसी एनक्लेव के पास बरसाती नाले में 11वीं कक्षा की छात्रा का शव मिलने से पूरे शहर में सनसनी फैल गई। पुलिस ने महज़ 24 घंटे में इस जघन्य अपराध का पर्दाफाश कर मुख्य आरोपी भूपेंद्र पुष्करणा पुत्र कन्हैयालाल निवासी मोहठा, थाना सदर निम्बाहेड़ा को गिरफ्तार किया है। वारदात में सहयोग करने वाले एक नाबालिग को संरक्षक की उपस्थिति में डिटेन किया गया है।
गायब होने से लाश मिलने तक का घटनाक्रम
पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी के अनुसार, बुधवार सुबह लगभग 11:30 बजे छात्रा घर से यह कहकर निकली थी कि वह स्कूल बैग खरीदने के लिए बाजार जा रही है। दोपहर तक घर नहीं लौटने पर परिवार ने खोजबीन शुरू की। शाम करीब 7 बजे पुलिस को सूचना मिली कि निंबाहेड़ा रोड स्थित तुलसी एनक्लेव कॉलोनी के पास बरसाती नाले के किनारे एक युवती का शव पड़ा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि शव पर कई जगह चोट के निशान हैं और कपड़े अस्त-व्यस्त हैं। प्रथम दृष्टया दुष्कर्म और हत्या की आशंका हुई। रात में ही परिजनों को बुलाकर पहचान कराई गई, जिसमें मृतका 11वीं कक्षा की छात्रा निकली।
आरोपी तक ऐसे पहुंची पुलिस
मामले की गंभीरता देखते हुए एएसपी सरिता सिंह, सीओ विनय चौधरी और एएसआई हिम्मत सिंह, हीरालाल, भजनलाल समेत विशेष टीम गठित की गई। एफएसएल टीम, डॉग स्क्वॉड और एमओबी यूनिट ने मौके से साक्ष्य जुटाए। इसी दौरान आरोपी के दोस्त कमलेश का फोन आया, जिसमें उसने बताया कि उसके नेहरू नगर स्थित किराए के कमरे में खून बिखरा है। पुलिस जब वहां पहुंची तो कमरे, सीढ़ियों और कॉलोनी में खून के धब्बे मिले। फोरेंसिक टीम ने नमूने लिए और कमरे को सील कर दिया। तकनीकी और मुखबिर तंत्र की मदद से पुलिस ने आरोपी भूपेंद्र पुष्करणा को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि वह उदयपुर में पढ़ाई करता है और घटना के दिन वहीं से आकर छात्रा को बहाने से अपने दोस्त के कमरे पर ले गया। वहां दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर शव को नाले के पास फेंक दिया।
एक नाबालिग की भूमिका
जांच में यह भी सामने आया कि वारदात के बाद आरोपी को भागने और सबूत मिटाने में एक नाबालिग ने मदद की। उसे भी डिटेन कर लिया गया है।
टाइमलाइन — घटनाक्रम की पूरी कहानी
सुबह 11:30 बजे छात्रा घर से स्कूल बैग खरीदने के लिए बाजार गई।
दोपहर 2:00 बजे परिवार को चिंता, तलाश शुरू।
शाम 7:00 बजे तुलसी एनक्लेव के पास नाले किनारे शव मिला।
रात 10:00 बजे गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज, शव की पहचान।
रात 11:00 बजे आरोपी के दोस्त ने कमरे में खून होने की सूचना दी।
अगली सुबह एफएसएल, डॉग स्क्वॉड ने साक्ष्य जुटाए।
24 घंटे के भीतर मुख्य आरोपी गिरफ्तार, नाबालिग सहयोगी डिटेन।
मासूम सपनों का दर्दनाक अंत
जिस छात्रा की हत्या हुई, वह अपने स्कूल में पढ़ाई में तेज और संस्कारी मानी जाती थी। परिवार ने हाल ही में उसके लिए नया स्कूल बैग खरीदने की बात की थी। बुधवार को वह उसी के लिए निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मां बार-बार कह रही थी — “मैंने उसे हंसते हुए भेजा था, नहीं जानती थी कि वह आखिरी बार था।
