
भानपुरा। ग्राम केथुली में हुए केसरीलाल माली हत्याकांड का भानपुरा पुलिस ने महज 6 घंटे में खुलासा कर दिया। आरोपी कुलदीपसिंह राजपूत को राजस्थान सीमा के जंगल से गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त लकड़ी, कोटा स्टोन, ईंट और खून से सने कपड़े बरामद किए गए।घटना की सूचना 15 जुलाई 2025 को मिली। ग्राम केथूली स्थित भेरू बावजी मंदिर के पास बनी सराय में एक व्यक्ति का शव खून से लथपथ मिला। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की पहचान केसरीलाल माली निवासी केथूली के रूप में की। परिजनों से पूछताछ के बाद हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गरोठ हेमलता कुरील, एसडीओपी विजय कुमार यादव और थाना प्रभारी निरीक्षक आर.सी. दांगी के नेतृत्व में कार्रवाई की गई। घटनास्थल से फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट और डॉग स्क्वॉड की मदद से साक्ष्य जुटाए गए। पोस्टमार्टम भानपुरा के सिविल अस्पताल में कराया गया। संदेह के आधार पर झालावाड़ निवासी कुलदीपसिंह की तलाश शुरू की गई। पुलिस टीम ने जंगल, खेत और शराब दुकानों पर सर्च कर उसे राजस्थान सीमा के जंगल से पकड़ा। पूछताछ में 46 वर्षीय कुलदीपसिंह ने जुर्म कबूल किया। उसने बताया कि वह और केसरीलाल जैन मंदिर में पुताई का काम कर रहे थे। घटना वाली रात दोनों ने शराब पी। विवाद हुआ। केसरीलाल ने गाली-गलौच और धमकी दी। गुस्से में आकर कुलदीपसिंह ने लकड़ी, कोटा स्टोन और ईंट से वार कर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी के खून से सने कपड़े, पेंट, शर्ट और चप्पल जब्त किए हैं। इस कार्रवाई में निरीक्षक रमेशचंद दांगी, उप निरीक्षक जोरसिंह डामोर, सहायक उप निरीक्षक ओकारसिंह ठाकुर, प्रधान आरक्षक महेन्द्रसिंह झाला, आरक्षक नेमाराम, रामनिवास और वाहन चालक लक्ष्मणसिंह पंवार का योगदान रहा। पुलिस अधीक्षक ने टीम को बधाई दी है। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया।