
चित्तौड़गढ़। पारसोली थाना क्षेत्र में गत 25 जुलाई को ओराई डेम में मिली अज्ञात महिला की लाश के मामले का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जिला पुलिस ने महिला की शिनाख्त करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने महिला की हत्या कर पत्थर बांधकर शव को डेम में फेंक दिया था। मामला शुरू से ब्लाइंड मर्डर जैसा लग रहा था, लेकिन पुलिस की सतर्कता और तकनीकी विश्लेषण के चलते हत्यारा कानून की गिरफ्त में आ गया।
लाश मिली थी पत्थर में लिपटी हुई
25 जुलाई को ओराई डेम मेट शंभूलाल शर्मा ने पारसोली पुलिस को सूचना दी कि डेम में एक महिला की लाश तैर रही है। पुलिस मौके पर पहुंची और देखा कि एक 30-35 वर्षीय महिला का शव ग्रीन मेट में लपेटा हुआ था, जिसके साथ भारी पत्थर भी बंधा हुआ था। शव लगभग 4-5 दिन पुराना था और डूबने के कारण सड़ चुका था। लाश को सावंलियाजी हॉस्पिटल चित्तौड़गढ़ के डी-फ्रिज में सुरक्षित रखा गया और अज्ञात महिला की पहचान के प्रयास शुरू किए गए।
शिनाख्त और आरोपी की पहचान ऐसे हुई
पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी के निर्देश पर ASP रावतभाटा भगवत सिंह, DSP बेगूं अंजलि सिंह और थानाधिकारी पारसोली शिवराज राव के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई गई। तकनीकी साक्ष्य और सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण, साईबर सेल की सहायता और मुखबिर तंत्र के सहयोग से मृतका की पहचान कस्बा पारसोली निवासी सोनू उर्फ सोनिया पुत्री प्रेम भील के रूप में हुई। पूछताछ और साक्ष्यों से यह सामने आया कि महिला को आखिरी बार 21 जुलाई को सत्तु उर्फ सत्यनारायण पुत्र छीतरलाल हजुरी दरोगा राजपूत निवासी तखतपुरा, पारसोली के साथ देखा गया था। टीम ने आरोपी की तलाश तेज की और तकनीकी लोकेशन के आधार पर शनिवार को उसे डिटेन कर लिया।
हत्या की बात कबूली, पुलिस रिमांड पर भेजा गया
पूछताछ में आरोपी सत्तु उर्फ सत्यनारायण ने महिला की हत्या करना स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि हत्या के बाद शव को पत्थर बांधकर ओराई डेम में फेंक दिया गया था ताकि पहचान ना हो सके और सबूत नष्ट हो जाएं। आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस अब अन्य संलिप्त लोगों और हत्या के कारणों की जांच में जुटी है।
जांच टीम में ये रहे शामिल
थाने के एएसआई रामदयाल, सूरजमल, भवानी सिंह, भैरुलाल, देवीलाल, हेड कांस्टेबल चांदमल, कांस्टेबल सोनाराम, मनोज, जितेन्द्र, प्रीतम, रतन सिंह, रघुवीर, हरिकृष्ण, सुन्दरलाल, राजेन्द्र, रामराज, प्रमोद, गिरधारी, घनश्याम, गिरिराज, दिनेश सहित वृत्त कार्यालय बेगूं से एएसआई शंकरलाल, कांस्टेबल प्रेमसिंह, हंसराज व साईबर सेल प्रभारी राजकुमार आदि की सराहनीय भूमिका रही।