
पिपलिया स्टेशन (निप्र)। हरियाली अमावस्या पर्व को लेकर नगर सहित ग्रामीण अंचल में गुरुवार को दिनभर रौनक छाई रही। यहां स्टेशन बालाजी मंदिर से श्री राधेकृष्ण गौशाला स्थित सांवलियाजी मंदिर तक बैंड-बाजों के साथ पदयात्रा निकली। जिसमें बड़ी संख्या में नगर सहित अंचलवासी शामिल हुए। सूरज की पहली किरण के साथ ही श्रद्धालु पूजा-पाठ की तैयारियों में जुट गए। मंदिरों में सुबह से ही घंटियों की मधुर ध्वनि गूंजने लगी और श्रद्धालुओं की लंबी कतारें दर्शन के लिए उमडी। धार्मिक आस्था, पारंपरिक मिठास और प्राकृतिक सौंदर्य के संगम ने इस पर्व को खास बना दिया। नगर के प्रमुख मंदिरों पर भक्तों की भारी भीड़ रही। विशेष पूजा-अर्चना के साथ लोगों ने हरियाली अमावस्या का पर्व मनाया। कई जगह भजन संध्याएं भी आयोजित की गईं, जिनमें महिलाओं और बच्चों ने उत्साह से भाग लिया। हरियाली अमावस्या पर मालपुए खाने की परंपरा इस बार भी लोगों ने पूरी श्रद्धा से निभाई। नगर के प्रमुख बाजारों, चौराहों पर मालपुए की बड़ी संख्या में अस्थायी दुकानें सजी रहीं। जहां दिनभर ग्राहकों की भीड़ लगी रही। सादे मालपुए 150 से 200 रुपए प्रति किलो और रबड़ी युक्त मालपुए 350 से 440 रुपए प्रति किलो की दर से बिके। देर शाम तक बाजारों में मालपुए की भीनी-भीनी खुशबू फैलती रही, जिसने हर गुजरने वाले को आकर्षित किया। इस बार मौसम साफ और सुहावना रहने से लोगों ने पर्व का भरपूर आनंद उठाया। नगरवासी और आसपास के ग्रामीण परिवार पिकनिक स्थलों पर घूमने निकले। दान करने की परंपरा का पालन करते हुए कई श्रद्धालुओं ने गरीबों को अनाज, वस्त्र और रुपये दान किए। समाजसेवी संगठनों और विद्यालयों ने इस दिन वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया पौधे वितरित किए गए और बच्चों को हरियाली का महत्व समझाया गया।
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