
जयपुर। ड्रग-भूमाफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की कड़ी में प्रतापगढ़ पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। बेनामी संपत्ति लेनदेन निषेध अधिनियम, 2016 के तहत कुख्यात भूमाफिया और फिरौतीबाज जानशेर खान पुत्र शेरनवाज निवासी अखेपुर की लगभग 15 करोड़ रुपये बाजार मूल्य की बेनामी संपत्ति को आयकर विभाग ने अटैच किया है। उक्त संपत्ति (कृषि भूमि) जानशेर ने अपने चार सहयोगियों के नाम से शहर के बगवास क्षेत्र में ली थी। एसपी विनीत कुमार बंसल ने बताया कि नवंबर 2023 में व्यवसायी मुस्तफा बोहरा के आत्महत्या प्रकरण में गिरफ्तार भूमाफिया जानशेर खान लंबे समय से प्रतापगढ़ शहर एवं आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय था। थानाधिकारी प्रतापगढ़ की जांच रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीन एसपी अमित कुमार द्वारा उसकी बेनामी संपत्तियों को चिन्हित कर अटैच/जब्त कराने के लिए प्रस्ताव इनकम टैक्स विभाग, जयपुर को भेजे गए थे, जिनकी लगातार प्रभावी मॉनिटरिंग उनके द्वारा की जा रही थी। अभियुक्त जानशेर खान शहर एवं आसपास के क्षेत्रों में विवादित संपत्तियों में डर दिखाकर कम दाम में सौदे करवा देता था अथवा स्वयं के या अपने रिश्तेदारों व सहयोगियों के नाम पर रजिस्ट्री करवा कर संपत्ति पर कब्जा कर लेता था। जिला पुलिस के प्रस्ताव पर आयकर विभाग द्वारा जांच अधिकारी नियुक्त कर विभागीय स्तर पर प्रस्ताव का परीक्षण कर जांच की गई। इस दौरान आयकर विभाग के उप निदेशक (बेनामी प्रोहिबिशन) द्वारा अभियुक्त जानशेर खान व उसके सहयोगियों से बगवास क्षेत्र स्थित संपत्तियों के खरीद-फरोख्त एवं आय-व्यय का रिकॉर्ड व दस्तावेज प्राप्त किए गए। इसी क्रम में जांच अधिकारी उप निदेशक, आयकर विभाग द्वारा गत माह पुलिस से अतिरिक्त जांच रिपोर्ट की मांग की गई थी। जिस पर एसपी बंसल द्वारा थानाधिकारी प्रतापगढ़ से विस्तृत जांच करवाई गई एवं जांच रिपोर्ट प्राप्त कर मय दस्तावेज आयकर विभाग को भेजी गई। जांच अधिकारी द्वारा आरोपी जानशेर खान व उसके सहयोगियों द्वारा प्रस्तुत जवाब एवं पुलिस द्वारा अप्रैल महीने में भेजी गई अतिरिक्त जांच रिपोर्ट का परीक्षण कर दोनों पक्षों की सुनवाई के उपरांत दिनांक 28 अप्रैल को बगवास क्षेत्र में राधेश्याम मीणा, बसंती लाल मीणा, समरथ मीणा व भग्गाराम मीणा के नाम पर क्रय की गई कृषि भूमि को बेनामी मानते हुए, उक्त कृषि भूमि को तहसीलदार प्रतापगढ़ को कब्जे में लेने के आदेश पारित किए गए। उक्त कृषि भूमि का बाजार मूल्य 15 करोड़ रुपये से अधिक है। एसपी बंसल ने बताया कि अभियुक्त ने अधिकांश संपत्तियों के खरीद-फरोख्त में अपने विश्वसनीय सहयोगियों को ही रजिस्ट्री में गवाह के रूप में रखा है, ताकि संपत्ति का कब्जा लेने और उन्हें पुनः बेचने में कोई परेशानी न हो। जिला पुलिस द्वारा सक्रिय भूमाफियाओं पर सतत निगरानी रखते हुए अन्य भूमाफियाओं के खिलाफ कार्रवाई अनवरत जारी रहेगी।