
मंदसौर। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव किसान नेता महेन्द्रसिंह गुर्जर ने बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य की भाजपा सरकार द्वारा प्रस्तुत किये गए बजट से आमजनों सहित गांव, गरीब किसानों, मजदूरों और नोजवानों में भारी जनाक्रोश है। गुर्जर ने कहा कि इस बजट मे महँगाई पर कोई लगाम राज्य सरकार ने नही लगाई है। डीजल, पेट्रोल,रसोई गैस सहित दैनिक जीवन में उपयोग आने वाली आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों में किसी भी प्रकार के राज्य स्तरीय टैक्स की कटौती नही करने से मध्यम वर्गीय परिवारों को राहत नही मिलने से भारी जनाक्रोश है, गुर्जर ने कहा कि किसानों के लिए सरकार ने इस बजट में जल संवर्धन, सिंचाई योजनाओं सहित किसानों की कर्ज माफी पर कोई विशेष राहत नहीं देने से किसानों में आक्रोश व्याप्त हुआ है । किसानों की आय को दुगुना करने का वादा करने वाली भाजपा सरकार की केवल चुनावी घोषणा बनकर रह गई है। गुर्जर ने कहा कि मनरेगा योजना ग्रामीण क्षेत्रों की तकदीर और तस्वीर बदलने के साथ साथ ही मजदूरों के लिए एक वरदान साबित हुई है। बजट मे मनरेगा योजना में प्रयाप्त अतिरिक्त प्रावधन नही होने से मजदूरों को भारी नुकसान हुआ है। मनरेगा योजना का देश की आर्थिक विकास दर मजबूत करने में सबसे बड़ा योगदान रहता है। यह बजट किसानों, मजदूरों नोजवानों, महिलाओं के साथ साथ जनविरोधी साबित हुआ है। शहरी क्षेत्रों सहित ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सरकार ने कोई गंभीर प्रयास नही किये हैं। गुर्जर ने कहा कि “एक जिला, एक उत्पाद” योजना से स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और रोजगार के नए अवसर बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। मंदसौर जिला लहसुन उत्पादन सहित विभिन्न औषधि आधारित खेती के लिए जाना जाता है लेकिन जिले में कृषि आधारित उद्योगों के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं होने से घोर निराशा हुई।