
पिपलिया स्टेशन (निप्र)। क्षेत्र के गांव गांव बाबूखेड़ा निवासी अग्निवीर जवान का शव मंगलवार को गांव पहंुचा। सेना के वाहन से शव को महू से यहां लाया गया। मंदसौर शहर सहित विभिन्न गांव से अग्निवीर जवान कृष्णपालसिंह की पार्थिव देह उनके गांव पहुंची। जगह जगह सम्मान के साथ उन्हें श्रद्धांजलि दी व पुष्प अर्पित किए। अंतिम बिदाई में देश भक्ति के नारों के साथ हुजूम उमडा। उनके गांव में सेना ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ राजकीय सम्मान के साथ विधि पूर्वक अंतिम संस्कार किया। उल्लेखनीय है कि अग्निवीर जवान की संदिग्ध परिस्थितियों में झारखंड के कोडरमा में मौत हो गई। परिजनों के अनुसार उन्हें किसी ने जहरीला पदार्थ खिला दिया था। कृष्णपाल अपने बड़े भाई की शादी समारोह में सम्मिलित होकर पुनः ड्यूटी ज्वाइन करने रांची स्थित दिया टोली कैंट जा रहे थे। परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग की हे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सबकी निगाहें टिकी हुई है। अंतिम बिदाई में जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष मनोहरलाल जैन, भाजयुमो प्रदेश सदस्य संदीपसिंह राठौड़, नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि सुनील देवरिया, उपाध्यक्ष भारतसिंह देवरिया, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा, भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश पाटीदार, प्रदेश कांग्रेस सचिव मुकेश निडर, जनपद सदस्य श्यामलाल मालवीय, पिपलिया नगर कांग्रेस अध्यक्ष रामप्रसाद फरक्या, दिनेश गुप्ता, किशोर टेलर, सुरेंद्रसिंह शजतावत, शैतानसिंह राठौड़ सहित बड़ी संख्या में मौजूद गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि झारखंड में तैनात अग्निवीर जवान पिपलियामंडी थाना क्षेत्र के गांव बाबूखेड़ा निवासी 22 वर्षीय कृष्णपालसिंह चौहान अपने बड़े भाई यशपालसिंह की शादी में शामिल होने बाबूखेड़ा आए थे। छुट्टियां समाप्त होने के बाद वे पुनः 7 जून को रतलाम से झारखंड जाने के लिए रवाना हो गए। 9 जून को दोपहर उन्होंने अपने भाई यशपालसिंह को व्हाट्स एप पर वीडियो कॉल भी किया, परिजनों से बातचीत की और बताया कि मैं कोडरमा स्टेशन तक पहंुच गया हंू, कुछ देर बाद दूसरी टेªन पकड़ना पड़ेगी। बातचीत के दौरान कृष्णपासिंह फल खा रहा था। लेकिन आधे घंटे बाद ही वापस कॉल आया कि मेरी तबीयत बिगड़ने लगी है, जी घबरा रहा है। उसके बाद परिजनों की सैनिक से बातचीत नही हो पाई। कुछ देर बाद कोडरमा अस्पताल में कृष्णपालसिंह की मृत्यु हो जाने की सूचना परिजनों को मिली। पीएम के बाद शव बुधवार को महू पहंुचेगा, जिसे लेने के लिए यहां से परिजन रवाना हो चुके है। परिजनों के अनुसार कृष्णपालसिंह अविवाहित थे। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व ही उनकी अग्निवीर जवान के रुप में भर्ती हुई थी। परिवार में बड़े भाई के अलावा दो बड़ी बहिनें है। कोडरमा से मिली जानकारी के अनुसार कृष्णपाल सिंह की सोमवार को सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। जवान को स्टेशन के पास अड्डी बंगाल रोड पर बेहोशी की हालत में देखा गया था। वहां मौजूद फल विक्रेताओं ने उसे पहले झुमरी तिलैया के एक निजी अस्पताल पहुंचाया। हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने एंबुलेंस और अस्पताल कर्मियों की मदद से उसे सदर अस्पताल भेजा। सदर अस्पताल में दोपहर करीब 1 बजे इलाज शुरू हुआ। आधे घंटे के भीतर उसकी मौत हो गई। जवान का कुछ सामान अब भी निजी अस्पताल में रखा गया। वही मोबाइल फल वाले के पास था। शुरुआती जानकारी में कहा गया है कि यात्रा के दौरान किसी गिरोह ने उसे नशे का शिकार बनाया हो सकता है! फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि जवान कोडरमा कैसे उतरा और अड्डी बंगाल रोड तक कैसे पहुंचा था।
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