
पिपलिया स्टेशन (निप्र)। अचानक हृदय का धड़कना बंद हो जावे और श्वासों का क्रम टूट जाए तो सीपीआर विधि से अगर घटना के सात मिनिट के अन्तराल में छाती को पंपिंग किया जाए तो जान बचने की 80 प्रतिशत संभावना रहती है। उक्त बात आरोग्य भारती सशिमं में आयोजित स्वास्थ्य प्रबोधन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ. आशीष जोशी (नीमच) ने कही। जोशी ने तनाव में स्वस्थ कैसे रहे विषय पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा नियमित संयमित जीवन शैली स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक है। हमारे भोजन पर विशेष ध्यान देना होगा। हरी सब्जियां, सलाद, फल आदि का नियमित सेवन करे। भोजन को दवाई की तरह लेंगे तो दवाई की जरुरत नही पड़ेगी। सूर्य उदय से पूर्व उठना, यसोग प्राणायाम करना और सायं सूर्यास्त के पूर्व भोजन, स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है। जोशी ने एक पुतले को लेकर सीपीआर विधि का प्रयोग विस्तार से समझाया। आरोग्य भारती जिलाध्यक्ष अशोक कुमठ ने बताया दोपहर तीन बजे अतिथियों की उपस्थिति में कार्यक्रम शुरु हुआ। संरक्षक डॉ. जवाहर मंडलोई कार्याध्यक्ष राजेश बोराना, महिला प्रमुख बन्टू भूत, स्वास्थ्य प्रबोधन प्रमुख डॉ. चारु गोयल ने प्रान्त प्रमुख डॉ. विष्णु सेन कछावा, डॉ. आशीष जोशी, जिलाध्यक्ष अशोक कुमठ का पुष्प गुच्छ से स्वागत् किया। इस अवसर पर पेंशनर संघ अध्यक्ष पंकज शर्मा को पुस्तक भेंट की। संचालन जिला सचिव संजय महाराणा ने किया। आभार सशिमं प्राचार्य प्रकाश धाकड़ ने माना।
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