
चित्तौड़गढ़ । सरकारी श्मशान भूमि से अवैध अतिक्रमण हटवाने को लेकर दिए गए ज्ञापन के कारण उपजे विवाद में एक व्यक्ति पर जानलेवा हमला करने वाले चार आरोपियों को निम्बाहेड़ा कोतवाली थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। घटना 10 जुलाई को घोड़ादेह बाबा की दरगाह के पास हुई थी। जिला पुलिस अधीक्षक श्री मनीष त्रिपाठी ने बताया कि पीड़ित कन्हैयालाल मीणा, जो कि निम्बाहेड़ा कॉलेज में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं एवं मूलतः बरड़ा बोरखेड़ी निवासी हैं, 10 जुलाई को मोटरसाइकिल से निम्बाहेड़ा आ रहे थे। तभी दरगाह के पास पीछे से दो मोटरसाइकिल पर सवार 3–4 अज्ञात नकाबपोश व्यक्तियों ने उन्हें रोककर लोहे के पाइप और लकड़ी के डंडों से बेरहमी से हमला कर दिया और मौके से फरार हो गए। घटना की रिपोर्ट के बाद जांच एएसआई विश्वजीत द्वारा की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसपी सरिता सिंह और डीएसपी ब्रदीलाल राव के निर्देशन में थानाधिकारी रामसुमेर मीणा के मार्गदर्शन में एक टीम गठित की गई। टीम में शामिल पुलिसकर्मियों ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज और गोपनीय सूचनाओं के आधार पर संदिग्धों की पहचान कर चार आरोपियों को हिरासत में लिया।
गिरफ्तार आरोपी हैं:
तनिश लोहार उर्फ टोनू (20) निवासी आजाद चौक, हाल मोती बावजी रोड, निम्बाहेड़ा
श्रवण रेगर (20) निवासी अरनिया माली, निम्बाहेड़ा
महेंद्र सिंह राजपूत (33) निवासी बोरखेड़ी (ढावलिया)
कन्हैयालाल रेगर उर्फ काना (21) निवासी अरनिया माली, निम्बाहेड़ा
पूछताछ में खुलासा हुआ कि महेंद्र सिंह राजपूत ने अपने गांव ढावलिया में सरकारी श्मशान भूमि पर अवैध कब्जा कर रखा था। पीड़ित कन्हैयालाल मीणा ने गांववासियों के साथ मिलकर उक्त अतिक्रमण के खिलाफ पूर्व में प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था। इसी रंजिश के चलते आरोपियों ने हमले की योजना बनाकर कन्हैयालाल पर हमला किया। चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है। मामले में विस्तृत अनुसंधान जारी है।
आपराधिक इतिहास भी उजागर:
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ पूर्व में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं:
महेंद्र सिंह पर थाना शंभूपुरा व कपासन में एनडीपीएस एक्ट के तहत दो प्रकरण
तनिश उर्फ मौनू लोहार पर हत्या के प्रयास व अवैध हथियार रखने के तीन मामले
कन्हैयालाल रेगर पर मारपीट का प्रकरण दर्ज है