
चित्तौड़गढ़। निम्बाहेड़ा थाना क्षेत्र में एक नाबालिग बालिका के साथ दुष्कर्म, मारपीट और धमकी देने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान साकरिया निवासी सोहेल अली पुत्र साबिर अली मुसलमान (उम्र 24 वर्ष) के रूप में हुई है। आरोपी को न्यायालय में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस के अनुसार आरोपी पूर्व में भी मारपीट के चार मामलों में संलिप्त पाया गया है।पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि 25 जुलाई को पीड़िता, जो कि एक नाबालिग है, ने अपने परिजनों के साथ कोतवाली निम्बाहेड़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अपनी शिकायत में पीड़िता ने बताया कि दो वर्ष पूर्व उसकी इंस्टाग्राम पर साकरिया निवासी सोहेल अली से पहचान हुई थी। इसके बाद से आरोपी लगातार उससे संपर्क करने की कोशिश करता रहा और मना करने पर अशोभनीय मैसेज भेजता था। वह बार-बार मिलने के लिए दबाव बनाता और न मिलने पर गाली-गलौज करने के साथ ही फोटो वायरल करने और जान से मारने की धमकियाँ देता था। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि घटना के दिन पीड़िता अपनी मां के साथ निम्बाहेड़ा स्थित इंद्रा कॉलोनी चौराहा स्थित मेले में गई हुई थी। उसी दौरान आरोपी वहां पहुंचा और पीड़िता को जबरन मेले से बाहर खींच लाया। विरोध करने पर उसने पीड़िता के साथ मारपीट की, उसका मोबाइल फोन तोड़ दिया और उसे अपने साथ चलने को कहा। न जाने पर आरोपी ने जान से मारने की धमकी भी दी। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक त्रिपाठी द्वारा त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह एवं डीएसपी निम्बाहेड़ा बद्रीलाल राव के निर्देशन में थानाधिकारी कोतवाली रामसुमेर मीणा के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। टीम में हेड कांस्टेबल हरविन्द्र सिंह, कांस्टेबल रामकेश, विजय सिंह, रणजीत, रामचंद्र, राकेश व हेमंत शामिल रहे। पुलिस टीम ने तकनीकी साक्ष्य एवं मुखबिर तंत्र के माध्यम से अथक प्रयास करते हुए आरोपी सोहेल अली को उसके निवास स्थान साकरिया से गिरफ्तार किया। आरोपी के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य एकत्रित होने के बाद उसके विरुद्ध पोक्सो एक्ट एवं जुवेनाइल जस्टिस एक्ट सहित संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे दो दिन की पुलिस अभिरक्षा में भेजा गया है। पुलिस आरोपी से घटना से जुड़े विभिन्न पहलुओं को लेकर गहन पूछताछ कर रही है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि आरोपी किसी संगठित गिरोह से तो नहीं जुड़ा हुआ है या उसने अन्य बालिकाओं को भी शिकार बनाया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी और आरोपी के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इस पूरे प्रकरण ने एक बार फिर सोशल मीडिया के माध्यम से बढ़ते अपराधों और किशोरों की ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंतन की आवश्यकता को रेखांकित किया है।