
भानपुरा। थाना भानपुरा क्षेत्र से अपहृत बबलु उर्फ ईश्वर मीणा को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और मोबाइल फोन भी जब्त किए गए। 13 जून 2025 को बाबूल्दा निवासी रामबिलास मीणा ने अपने बेटे बबलु के लापता होने की सूचना दी थी। शिकायत पर गुमशुदगी दर्ज कर जांच शुरू की गई। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में सउनि सुनीलसिंह तोमर के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई गई। टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। गवाहों से पूछताछ की। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल कॉल डिटेल खंगाले। जांच में सामने आया कि पुरानी रंजिश के चलते रेहटडी निवासी रणजीतसिंह और दीवानसिंह ने बबलु मीणा के साथ मारपीट की। उसे जबरन उठाकर रेहटडी स्थित कुएं पर ले गए। वहां प्रधानसिंह और देवीसिंह के साथ मिलकर फिर मारपीट की। बाद में भानपुरा के चंबल तिराहा पर जान से मारने की धमकी देकर छोड़ दिया। डर के कारण बबलु बस से बाहर चला गया। इसके बाद राकेश मेहर और गोपाल प्रजापति ने बबलु को भवानीमंडी क्षेत्र के खेत में बने कमरे में छिपा दिया। 17 जून को पुलिस ने बबलु को नुन हॉस्टल के पास खेत से बरामद किया। पूछताछ में पूरी घटना का खुलासा हुआ। पुलिस ने रणजीतसिंह, देवीसिंह, राकेश मेहर और गोपाल प्रजापति को गिरफ्तार किया। प्रधानसिंह और दीवानसिंह फरार हैं। देवीसिंह थाना भानपुरा का लिस्टेड हिस्ट्रीशीटर है। गौरतलब है कि 16 जून को बबलु के परिजन और समाजजन थाना पहुंचे थे। उन्होंने बबलु की तलाश तेज करने की मांग की थी। उसी समय आरोपी राकेश मेहर भी उनके साथ मौजूद था। उसने बबलु को छिपाकर रखा था, लेकिन पुलिस या परिवार को कोई जानकारी नहीं दी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 140(3), 142, 351(2), 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है। घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। इस सराहनीय कार्य के लिए भानपुरा पुलिस टीम को नगद पुरस्कार दिया जाएगा।
