
पिपलिया स्टेशन (निप्र)। सकल जैन समाज ने शनिवार को अबोले जीवों की आत्म शांति हेतु आयंबिल तप किया। इस दिन कई जीवों की बलि चढ़ाई जाती है, इनकी आत्मशांति के लिए जैन समाज ने विमलनाथ जैन मंदिर के सामने स्थित उपासरे में 72 समाजजन ने आयंबिल तप किए। जिसमें बिना, घी, तेल, मसाले से बना भोजन किया। संघ अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार राणावत ने बताया आयंबिल तप शरीर को निरोगी करता है तथा जीव्हा के स्वाद से मुक्ति प्रदान करता है। जैन धर्म एक वैज्ञानिक धर्म है, जिसमें हर तप का महत्व है। इस अवसर पर संघ संरक्षक चन्द्रशेखर दक, अशोक भंडारी, अनिल जैन, सुरेश डूगरवाल, पारस सकलेचा, हस्तीमल दक, प्रवीण सांखला, शेतानमल रांका, भावेष जैन, ललित सकलेचा, दीपेश जैन, राजेन्द्र भंडारी, अजीत भंडारी, विदित राणावत, महेश सकलेचा, अंकुर रांका आदि उपस्थित रहे।आंयबिल तप कराने का लाभ संतोष सकलेचा परिवार ने लिया। प्रभावना अशोक कुमठ व संतोष सकलेचा परिवार की ओर से रही।
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