
मंदसौर- मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव और किसान नेता महेंद्र सिंह गुर्जर ने मंदसौर कृषि उपज मंडी की अव्यवस्थाओं पर कड़ा रुख अपनाते हुए जिला कलेक्टर से तत्काल कार्रवाई व पूर्ण पारदर्शिता की मांग की। गत दिवस सत्ताधारी जनप्रतिनिधियों की बैठक को स्वागत योग्य बताते हुए उन्होंने कहा कि यह केवल औपचारिकता तक सीमित न रहे। गुर्जर ने कहा कि मंदसौर मंडी, जिला मुख्यालय की आर्थिक रीढ़ है जिले एवं शहर की अर्थव्यवस्था में इसका बड़ा योगदान है। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इसके संचालन के लिए सभी को मिलकर इसके आदर्श स्वरूप को बनाए रखने की सकारात्मक पहल करना चाहिये। लेकिन मंडी लंबे समय से चोरी, फर्जी पर्ची और असामाजिक गतिविधियों से जूझ रही है। गुर्जर ने सवाल उठाया, “मंडी प्रशासन की निष्क्रियता का जिम्मेदार कौन? लगातार अव्यवस्था के बावजूद कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
प्रमुख मांगें
चोरी और फर्जी पर्ची के दोषियों पर त्वरित कार्रवाई के लिए स्वतंत्र जांच समिति। क्यूआर कोड आधारित पर्ची व्यवस्था, किसानों और व्यापारियों के लिए प्रशिक्षण के साथ। 24×7 सीसीटीवी, बायोमेट्रिक सिस्टम और सिक्योरिटी गार्ड्स व हम्मालों के लिए वर्दी-पहचान पत्र। किसानों को उचित कीमत और निष्पक्ष नीलामी की गारंटी। पारदर्शिता के लिए स्वतंत्र निगरानी समिति, जिसमें किसान, व्यापारी और मजदूर प्रतिनिधि शामिल हों। नई व्यवस्थाओं के लिए जागरूकता और प्रशिक्षण कार्यक्रमो का आयोजन किया जावे।
जनांदोलन की चेतावनी:
गुर्जर ने कहा “ मंडी प्रशासन लगातार विफल रहा, जल्दी सुधार नही किया गया तो किसानों, व्यापारियों और मजदूरों के हितों के लिए गांधीवादी जनांदोलन शुरू होगा।” उन्होंने मंडी व जिला प्रशासन के साथ संयुक्त बैठक की मांग की ताकि सुधारों की निगरानी हो और किसानों की आवाज सुनी जाए।