
पिपलिया स्टेशन (निप्र)। अग्रवाल मोहल्ला स्थित नरसिंह मंदिर में नरसिंह चतुर्दशी के अवसर पर महाआरती का आयोजन हुआ। पंडित शम्भूदयाल शर्मा ने बताया कि वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नरसिंह जयंती मनाई जाती है। इसी तिथि पर भगवान विष्णु ने नरसिंह अवातर लिया था। इसे नरसिंह चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है। नरसिंह भगवान विष्णु का चौथा अवतार है, जो दुष्ट राजा हिरण्य कश्यप को मारने के लिए प्रकट हुए थे। इस दिन नृसिंह स्तोत्र, नृसिंह कवच का पाठ करना अत्यंत पुण्यदायक माना जाता है। भगवान विष्णु के कई अवतारों में नरसिंह चौथा अवतार है, जिसमें उनका रूप आधा सिंह और आधा मानव का है। भगवान ने यह अवतार भक्त प्रहलाद की रक्षा के लिए लिया था, जो कि इस बात का भी प्रमाण है कि भक्त की भक्ति में अगर श्रद्धा और सच्चाई हो तो ईश्वर प्रकट होकर जरूर रक्षा करते हैं। भगवान विष्णु ने हिरण्यकश्यप पर क्रोध करते हुए उसे मारने के लिए ये अवतार लिया था और क्रोध से भगवान नृसिंह का शरीर जलता है, इसलिए उन्हें ठंडी चीजें अर्पित की जाती हैं। इस अवसर पर मंदिर मे सुबह भगवान को दूध दही, पंचामृत से अभिषेक किया गया। पूजा के बाद मंदिर पर नई ध्वजा लगाई गई, शाम को भगवान की विशेष आरती की गई। जिसमें बड़ी संख्या मे महिलाएं उपस्थित रही। आरती के बाद सभी को प्रसाद का वितरण भी किया।
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