
पिपलिया स्टेशन (जेपी तेलकार)। फिल्मी स्टाइल में पुलिस व गौरक्षकों हाईवे पर पिकअप का पीछा किया। इस दौरान गौवंश से भरी पिकअप सड़क से नीचे उतरकर रेलवे पटरी के पास पहुँचकर फस गई। संयोगवश पिकअप जिस समय रेलवे पटरी के पास पहुंची, उस समय दोनों ओर से यात्री ट्रेनों के भी पिपलिया आने का समय था। जिन्हें पुलिस ने सूचना देकर स्टेशनों ही रुकवाकर बड़ा हादसा टलने से बचा लिया। जानकारी के अनुसार गौवंश भरकर महाराष्ट्र कत्लखाने ले जाए जाने की सूचना पर मंगलवार को प्रातः 5 बजे करीब मल्हारगढ़ पुलिस के साथ गौरक्षा दल के प्रदेश प्रवक्ता हेमेन्द्रसिंह राठौड, कृष्णपालसिंह पंवार, हेप्पी बना, सचिन नागदा, हर्षराजसिंह हाड़ा, लोकेश नागदा, उमेश सैनी ने ने मल्हारगढ़ में बेरीकेट्स लगाए, लेकिन तेजगति से पिकअप ड्राइवर बेरिकेट्स तोड़ता हुआ नीमच से मंदसौर की ओर भाग निकला। गौरक्षक व पुलिस ने पिकअप क्रमांक एमपी 43 जेडजी 7669 का पीछा किया, इस दौरान पिकअप ड्राइवर हाईवे से नीचे उतर गया और खात्याखेड़ी मार्ग से पिपलिया की भागा। तेजगति से होने के कारण संतुलन बिगडने से वह खात्याखेड़ी में रेलवे ब्रिज के नीचे रेलवे पटरी के पास पहंुच गया। पटरी के पास फस जाने के बाद पिकअप सवार तीन पशु तस्कर पिकअप को छोड़कर भाग निकले। पिकअप की तलाशी ली तो उसमें लकड़ी के पटिए से दो पार्टीशन बने थे। जिसमें नीचे गौवंश को बेहोशी के इंजेक्शन लगाकर ठूसकर, कू्ररतापूर्वक भर रखा था। वहीं उपर 12 प्लास्टिक के ड्रम रखे थे। चूकि उस समय दोनों और यात्री टेªनों के आने का भी समय था, पिकअप के पटरी के पास फस जाने से दुर्घटना की आशंका को देखते हुए पीछा कर रही मल्हारगढ़ पुलिस के अधिकारी ने सूझबूझ दिखाते हुए तत्काल इसकी सूचना पिपलिया रेलवे स्टेशन पर दी। स्टेशन अधीक्षक फरहतुल्लाह खान ने दोनों और से आ रही टेªनों को पिपलिया व मल्हारगढ़ प्लेटफार्म पर ही रुकवा दिया। मंदसौर से उदयपुर जाने वाली टेªन को सुबह 5.40 बजे यहां पिपलिया स्टेशन प्लेटफार्म पर ही रोक दिया। वहीं उदयपुर रतलाम टेªन के 5.37 पर पिपलिया पहंुचने का समय था, जिसे मल्हारगढ़ स्टेशन पर ही रुकवा दिया। सूचना पर पिपलिया चोकी प्रभारी धर्मेश यादव के अलावा आरपीएफ मंदसौर के अधिकारी भी मौके पहंुचे। बाद में ही कुछ दूरी पर पेयजल पाइप लाइन डालने के लिए लगी हुई क्रेन मशीन को बुलवाकर पिकअप को रेलवे टैªक से हटवाया। तब जाकर एक – एक घंटे बाद दोनों यात्री गाड़ियों रवाना किया गया, यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। पिपलिया चोकी पुलिस ने पिकअप छोड़कर फरार हुए पशु तस्करों के खिलाफ पशुक्रूरता अधिनियम में केस दर्ज किया। पिकअप में 10 गौवंश भरे थे। जिसमें आठ गौवंश को पकड़कर गौशाला भिजवा दिया, वहीं दो गौवंश दुर्घटना के बाद मौके से भाग गए। मामले को लेकर रेलवे पुलिस ने भी पंचनामा बनाया है, रेलवे अधिनियम की धाराओं में भी पशु तस्करों पर केस दर्ज होगा और जुर्माना वसूली की कार्रवाई होगी।
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