
पिपलिया स्टेशन (निप्र)। गांव बरखेड़ापंथ में रेलवे फाटक अक्सर बंद रहने की समस्या के निराकरण की मांग को लेकर रविवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण पूर्व सरपंच दिनेश कारपेंटर के नेतृत्व में पिपलिया रेलवे स्टेशन पहंुचे, इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थी। ग्रामीणों ने स्टेशन परिसर में काफी देर तक नारेबाजी की। बाद में मंडल रेल प्रबंधक के नाम स्टेशन अधीक्षक फरतुल्लाह खान को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन का वाचन करते हुए पूर्व सरपंच कारपेन्टर ने बताया कि ग्राम बरखेड़ापंथ की फाटक क्रमांक 139 जो कि लॉक फाटक है। इस फाटक से पांच से सात गांव के लोगों का आना-जाना रहता है। ग्राम की 75 प्रतिशत कृषि भूमि फाटक पार है। एसे में गाड़ियों के आवागमन के चलते फाटक अक्सर बंद ही रहती है। कभी-कभी फाटक एक से दो घंटे तक बंद रहती है। ऐसी स्थिति में किसानों व ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सात गांव के लोग आते-जाते है:-
उक्त फाटक से गांव बरखेड़ापंथ के साथ ही रुपी, सोनी, जेतपुरा, अमरपुरा, पिपलिया सोलंकी, खोखरा आदि गांव के लोगों का आना-जाना रहता है। शीघ्र ही बरखेड़ापंथ फाटक नम्बर 139 को अनलॉक फाटक की जाए या फिर यहां पर अण्डरब्रिज बनाए जाए, ताकि ग्रामीणों को हो रही परेशानी से निजात मिल सके।
पूर्व में भी दे चुके है ज्ञापन:-
ग्रामीणों के साथ आए किसान नेता श्यामलाल जोकचन्द ने बताया कि ग्रामीणों की समस्या कोई सुनने वाला नही है। पूर्व में भी समस्या को लेकर ज्ञापन दिया था, लेकिन कोई निराकरण नही हुआ। अगर शीघ्र समस्या का निराकरण नही हुआ तो बड़ा आन्दोलन किया जाएगा, जिसकी समस्त जिम्मेदार रेलवे की होगी।
ये रहे मौजूद:-
इस अवसर पर पूर्व सरपंचगण धर्मेन्द्र धनगर, श्यामलाल लकुम व गोविन्द लौहार, पूर्व मंडी डायरेक्टर महेन्द्र गेहलोत, कन्हैयालाल कारपेंटर, राजेश भारती, दिनेश पाटीदार, लक्ष्मीनारायण पाटीदार, घनश्याम टेलर, मनोहर सोनी, कुन्जीलाल पाटीदार, नरेश सैनी, महेश कारपेंटर, जगदीश तेलकार, जगदीश माकनिया, सुनील कारपेन्टर, सुनील धनगर, शक्तिसिंह शक्तावत, बसन्तीलाल गायरी, अनिल पाटीदार, जगदीश बैरागी, बंशीलाल पाटीदार, सुखराम पटेल, सुरेश पाटीदार, भरत पाटीदार, राकेश रत्नावत, दशरथ कारपेंटर, पप्पूलाल पाटीदार, मदनलाल कारपेंटर, रामलाल पाटीदार, गोर्धन पाटीदार, संतोष लुवाणिया, शांतिबाई आर्य, सूरजबाई बैरागी, रुकमणबाई प्रजापत, सुनीता कारपेंटर, देवीलाल तेलकार, लक्ष्मणसिंह शक्तावत, गणपत शर्मा, राजाराम गायरी, रमेश बरोदिया, कंवरलाल पंवार सहित बड़ी संख्या में बरखेड़ापंथ के साथ ही आस-के ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
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