
मन्दसौर जिले के शामगढ़ थाना क्षेत्र के चंदवासा गांव में गोवंश का शव मिलने के मामले में मेडिकल रिपोर्ट आई है। रिपोर्ट में धारदार हथियार से हमले की पुष्टि नहीं हुई है। बावजूद हिंदू संगठनों का विरोध जारी है। मंगलवार को धर्मराजेश्वर रोड स्थित पंचमुखी बालाजी मंदिर पर सर्वधर्म संगठन के लोग एकत्रित हुए ओर आरोपियों की गिरफ्तारी नही होने तक विरोध जारी रखने की बात कही । हिन्दू संगठन ने बुधवार को चंदवासा चौकी का घेराव करने की घोषणा की है। उल्लेखनीय है कि रविवार रात को गांव चंदवासा में गाय के शव मिला तो हिंदू संगठन के लोग एकत्रित हुए। सोमवार को चंदवासा गांव पूरी तरह बंद रहा। प्रशासन ने सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया। चंदवासा घटना की जांच के लिए कलेक्टर अदिति गर्ग के निर्देश पर तीन डॉक्टरों की विशेष पैनल गठित की गई। इस टीम में शामगढ़ से डॉ. नंदकिशोर कुशराम, सुवासरा से डॉ. ममता सैंगर और गरोठ से डॉ. लोकेश बास्केल शामिल थे। डॉक्टरों की टीम ने अवशेषों की बारीकी से जांच की और अपनी रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी । जिसमे खुलासा हुआ कि धारदार हथियार का उपयोग नहीं किया गया ।
गरोठ एडिशनल एसपी हेमलता कुरील ने बताया कि डॉक्टरों की रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो गया कि गोवंश अवशेषों पर किसी भी धारदार हथियार के निशान नहीं पाए गए। रिपोर्ट के अनुसार, किसी प्रकार की हिंसक घटना की पुष्टि नहीं हुई है । प्रशासन के हाथ लगे वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि एक कुत्ता गोवंश का सिर उठाकर ला रहा है । पुलिस फिर भी विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है । पुलिस ने चार संदिग्धों से पूछताछ शुरू की है। सोमवार को प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 6 मांस की दुकानों को भी हटाया।
प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।